II भजन II
मंगल मूरति राम दुलारे,
आन पड़ा अब तेरे द्वारे,
हे बजरंगबली हनुमान,
हे महावीर करो कल्याण,
हे महावीर करो कल्याण ॥
तीनों लोक तेरा उजियारा,
दुखियों का तूने काज सवारा,
तीनों लोक तेरा उजियारा,
दुखियों का तूने काज सवारा,
हे जगवंदन केसरी नंदन,
हे जगवंदन केसरी नंदन,
कष्ट हरो हे कृपा निधान,
कष्ट हरो हे कृपा निधान ॥
मंगल मुरति राम दुलारे,
आन पड़ा अब तेरे द्वारे,
हे बजरंगबली हनुमान,
हे महावीर करो कल्याण ॥
तेरे द्वारे जो भी आया,
खाली नहीं कोई लौटाया,
तेरे द्वारे जो भी आया,
खाली नहीं कोई लौटाया,
दुर्गम काज बनावन हारे,
दुर्गम काज बनावन हारे,
मंगलमय दीजो वरदान,
मंगलमय दीजो वरदान ॥
मंगल मुरति राम दुलारे,
आन पड़ा अब तेरे द्वारे,
हे बजरंगबली हनुमान,
हे महावीर करो कल्याण ॥
तेरा सुमिरन हनुमत वीरा,
नासे रोग हरे सब पीरा,
तेरा सुमिरन हनुमत वीरा,
नासे रोग हरे सब पीरा,
राम लखन सीता मन बसिया,
राम लखन सीता मन बसिया,
शरण पड़े का कीजे ध्यान,
शरण पड़े का कीजे ध्यान ॥
मंगल मूरति राम दुलारे,
आन पड़ा अब तेरे द्वारे,
हे बजरंगबली हनुमान,
हे महावीर करो कल्याण,
हे महावीर करो कल्याण ॥
मंगल मूरति राम दुलारे हे महावीर करो कल्याण ~ Mangal Murati Ram Dulare He Mahaveer Karo Kalyan – Bhajan पीडीएफ हिंदी में प्राप्त करें
यह भी पढ़ें
- सुंदरकांड दोहा 1-10 हिंदी में ~ Sunderkand Doha 1-10 in Hindi
- सुंदरकांड दोहा 11-20 हिंदी में ~ Sunderkand Doha 11-20 in Hindi
- सुंदरकांड दोहा 21-30 हिंदी में ~ Sunderkand Doha 21-30 in Hindi
- सुंदरकांड दोहा 31-40 हिंदी में ~ Sunderkand Doha 31-40 in Hindi
- सुंदरकांड दोहा 41-50 हिंदी में ~ Sunderkand Doha 41-50 in Hindi
- सुंदरकांड दोहा 51-60 हिंदी में ~ Sunderkand Doha 51-60 in Hindi
- सुंदरकाण्ड के 60 दोहे – SUNDERKAND KE DOHE