II होली भजन II
होली खेले रे सांवरिया होली खेले रे
होली खेले रे सांवरिया होली खेले रे
ओ खेले… ओ खेले…
ओ खेले सब भक्तन के साथ सांवरियां होली खेले रे
होली खेले रे सांवरिया होली खेले रे
खाटू में फिर धूम मची है किसे अज़ब बहार
खाटू में फिर धूम मची है किसे अज़ब बहार
लगे है मेले भक्तन के श्याम लुटा रहे है प्यार
ओ खेले… ओ खेले…
ओ खेले सब भक्तन के साथ सांवरियां होली खेले रे
होली खेले रे सांवरिया होली खेले रे
रंग में सब रंग उड़ाते गाये मेग मल्हार
रंग में सब रंग उड़ाते गाये मेग मल्हार
श्याम सवारियां रास रचाए भक्त रहे है निहार
ओ खेले… ओ खेले…
ओ खेले सब भक्तन के साथ सांवरियां होली खेले रे
होली खेले रे सांवरिया होली खेले रे
रंग लगा के आज भिगादो सवारियां सरकार
रंग लगा के आज भिगादो सवारियां सरकार
तेरी प्रीत का रंग न छुटे एसा भरदो प्यार
ओ खेले… ओ खेले…
ओ खेले सब भक्तन के साथ सांवरियां होली खेले रे
होली खेले रे सांवरिया होली खेले रे
होली खेले रे सांवरिया होली खेले रे
होली खेले रे सांवरिया होली खेले रे ~ Holi Khele Re Sanwariya Holi Khele Re Holi Bhajan पीडीएफ हिंदी में प्राप्त करें
यह भी पढ़ें
- सुंदरकांड दोहा 1-10 हिंदी में ~ Sunderkand Doha 1-10 in Hindi
- सुंदरकांड दोहा 11-20 हिंदी में ~ Sunderkand Doha 11-20 in Hindi
- सुंदरकांड दोहा 21-30 हिंदी में ~ Sunderkand Doha 21-30 in Hindi
- सुंदरकांड दोहा 31-40 हिंदी में ~ Sunderkand Doha 31-40 in Hindi
- सुंदरकांड दोहा 41-50 हिंदी में ~ Sunderkand Doha 41-50 in Hindi
- सुंदरकांड दोहा 51-60 हिंदी में ~ Sunderkand Doha 51-60 in Hindi
- सुंदरकाण्ड के 60 दोहे – SUNDERKAND KE DOHE